नारलाई में विधायक राणावत ने किया वृक्षारोपण शुभारंभ

नारलाई में विधायक राणावत ने किया वृक्षारोपण शुभारंभ

हिंगलाज दान चारण

देसूरी । नारलाई कस्बे की दूर से पहचान कायम करने वाला हाथीनुमा जैकलपर्वत परिक्रमा का ग्रेवल सड़क बनाई जाने के बाद अब आने वाले वर्षो में हरियाली से आच्छादित हो जाएगा।जिसका शुभारंभ किया है पूर्व ऊर्जा राज्यमंत्री व वर्तमान बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने वृक्षारोपण कर।वे रविवार को नारलाई सरपंच शेखर मीणा द्वारा आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में आये थे।जहाँ पर ढेलड़ी गांव के मार्ग की तरफ से परिक्रमा मार्ग के मुहाने पर विधायक के हाथों वृक्षारोपण की शुरुआत की गई।बाद में परिक्रमा मार्ग होते हुए राजस्थान के एकमात्र सबसे प्राचीन हिंगलाज माता मंदिर आयोजित स्वागत सभा मे शिरकत की।इससे पहले उन्होंने गुफा में बने हिंगलाज माता मन्दिर में पूजा-अर्चना की।स्वागत सभा मे सरपंच शेखर मीणा ने विधायक का साफा एवं माल्यार्पण के साथ जोरदार स्वागत किया।इसी के साथ प्रधान प्रतिनिधि अमरसिंह राजपुरोहित,उप प्रधान मानवेन्द्र सिंह,पं.समिति सदस्य विक्रमसिंह सहित अतिथियों का बहुमान किया गया।बाद में सभा मे उपस्थित भाजपा कार्यकर्ता व ग्रामीणों की समस्या को सुना।विधायक राणावत ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरपंच शेखर मीणा द्वारा परिक्रमा मार्ग का सुदृढ़ीकरण गांव के विकास की अमूल्य धरोहर है।जैकल पर्वत सैकड़ो देवताओं का स्थल है।जिसके प्रति ग्रामीणों की अटूट आस्था है।परिक्रमा मार्ग बनाने पर धन्यवाद दिया।इसी के साथ गांव की समस्याओं के निराकरण को लेकर आश्वासन दिया।इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री घीसुलाल मेघवाल गुडा जाटान, भाजपा नेता ओगड़राम सीरवी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य प्रभुदास वैष्णव,सुमेर सरपंच सोहनलाल जांगिड़,बड़ौद सरपंच गोविंद पूरी, सिन्दरली सरपंच कानाराम, ग्रामविकास अधिकारी अचलसिंह सोलंकी, अमृत मालवीय अर्जुनसिंह, मदन लक्षकार, भारतसिंह राव सहित ग्रामीण उपस्थित थे।

भामाशाहों ने उपलब्ध करवाए ट्री-गार्ड
वृक्षों की हिफाजत को लेकर ट्री-गार्ड की व्यवस्था के लिए पंचायत भामाशाह का सहयोग ले रही है।सरपंच के प्रयासों से पांच सौ ट्री गार्ड भामाशाहों के सहयोग से उपलब्ध हुए है।जिसमे 251 आनंद भंडारी, 51शांतिलाल मालवीय, 51अंशीबाई, 51सुमेरसिंह, 25 ढलाराम सहित अन्य भामाशाह सहयोगी है।इन पेड़ों की साज-सम्भाल स्थानीय ग्राम पंचायत करेगी।जिससे आगामी वर्षो में पेड़ विशालकाय रूप बनकर ठंडी छांव देंगे। पूर्णिया, अमावस्या व फाल्गुन फेरी के दौरान लोगो को सुविधा मिलेगी।